नया अनुभव
एक छोटा सा प्यारा चूजा सैर पर निकला। एक देवदार के पेड़ के निचे से गुजर रहा था। तभी एक देवदार का फल उसके सिर पर गिरा। ........ छोटे चूजा ने समझा हो ना हो आसमान गिर रहा है। चूजा भयभीत होकर तेजी से दौड़ा।
वह रास्ते में सोचने लगा उसे यह बात जंगल के राजा शेर से बतानी चाहिए। बेतहाशा भागते देख मुर्गी ने पूछा-- " अरे ! ओ प्यारे चूजे, कहाँ दौड़े जा रहें हो। ??हांफता-हांफत छोटा चूजा बोला -- आह! आसमान गिर रहा है, भागो ......
मैं शेर राजा को बताने जा रहा हूं। "मुर्गी भी चूजे के साथ हो ली।" मार्ग में उनकी मुलाकात बतख से हुई। ... सारी बाते जानकर वह भी इनके साथ दौड़ने लगी।
रास्ते में उन्हें एक लोमड़ी मिली। उसने पूछा -- अरे तुम सब कहाँ दौड़े जा रहे हो ??
लोमड़ी को बताया गया कि आसमान गिर रहा है तो वह भी आश्चर्यचकित हो गई। 🤔🤔 लोमड़ी सभी के साथ हो शेर के पास पहुंची, ताकि इसका कोई हल निकाला जा सकें और सबकी जान बच सकें। ............
अब शेर सभी के साथ उस स्थान पर आया जहां चूजे को आसमांन गिर रहा है, ऐसा महसूस हुआ था। .................... तभी फिर से देवदार का एक ओर फल गिरा। ... "चूजा जोर से चिल्लाया। वह घबराया और चिल्लाकर उछल पडा --- "आह ! वह देखो, वह देखो, आसमान गिर रहा है".... यह सुनकर सब छोटे चूजे की मासूमियत पर हंस पड़े ।"
नैतिक शिक्षा -- बच्चों के लिए रोजमर्रा की घटना भी उनके लिए एक नया अनुभव देती है।
0 टिप्पणियाँ