Advertisement

Responsive Advertisement

शरीर में ऑक्सीजन लेबल बढ़ाने के घरेलू उपाय। जानें ऑक्सीजन लेबल बढ़ाने के लिए कैसा हो आहार, कौन सी करें एक्सरसाइज़ और किन फलो का करें सेवन।

 



 शरीर में ऑक्सीजन लेबल बढ़ाने के घरेलू उपाय। जानें ऑक्सीजन लेबल बढ़ाने के लिए कैसा हो आहार, कौन सी करें एक्सरसाइज़ और किन फलो का करें सेवन।









आज के समय में जिस तरह से कोरोना वायरस का प्रकोप चारो तरफ फैला हुआ है और जिस तरह से इस बिमारी ने सभी के मन व मस्तिष्क पर हमला कर ख़ौफ और डर का माहौल बना रखा है, उससे हर एक व्यक्ति अपनी रक्षा करना चाहता है। वही इस रोग के चलते शरीर में ऑक्सीजन की कमी और  इस ऑक्सीजन  की  ही भारी किल्लत  की  खबरें  हर  दिन सुनने को मिलती है। अब कोवीड 19  से ग्रस्त व्यक्ति हो या सामान्य स्वास्थ्य से युक्त व्यक्ति सभी चाहते है कि समय  रहते ही इन समस्या से निपटा जा सकें। लेकिन सही जानकारी  के अभाव में इससे बचना मुश्किल है। तो  आज हम अपने ब्लॉग"टैंक हिन्दी किस्से, कहानी, पकवान" के इस लेख के  माध्यम से जाने कि कैसे हम अपने शरीर का ऑक्सीजन लेबल या ऑक्सीजन स्तर घर पर ही बढ़ा सकते है। यहाँ हम जानेगें कि किस प्रकार के आहार का उपयोग ऑक्सीजन स्तर को बढ़ाने में किया सकता है और वो कौन सी एक्सरसाइज़ या कौन से व्यायाम है,जिन्हें हम अपनी जीवनशैली में अपना कर बहुुुत ही आसानी अपने शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ा सकते है।




 तालिका


1)  जाने शरीर में कितनी मात्रा में होनी चाहिए ऑक्सीजन।


2)  ऑक्सीजन बढ़ाने में मददगार घरेलू व नैचुरल तरीके।


3)  जाने ऑक्सीजन लेबल बढ़ाने के लिए कौन कौन से व्यायाम करें।


4)  जाने ऑक्सीजन लेबल बढ़ाने के लिए कैसा हो आहार।


5)  ब्लड में ऑक्सीजन स्तर बढ़ाने के लिए  अपनी डाइट में शामिल करें 10 फूड्स।










कोरोना वायरस के बढ़ते  संक्रमण के बिच बहुत जरूरी है कि हम अपने स्वयं की और साथ ही साथ अपने परिवार के हर सदस्य की सेहत का पूरा ध्यान रखें। इसके लिए अपने आहार में ऐसी चीजें शामिल करें, जिनसे शरीर की बिमारीयों से लड़ने की क्षमता बढ़े, साथ ही साथ खून में भी इस ऑक्सीजन की अच्छी मात्रा बनी रहें। ऐसे में डाइट में ऐसी चीजें को शामिल करें, जो शरीर के खून मे हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मददगार हो।किंतु इसके पहले यह भी समझना आवश्यक है कि आखीर शरीर में कितनी मात्रा में ऑक्सीजन होनी चाहिए ? 

 


शरीर में कितनी मात्रा में होनी चाहिए ऑक्सीजन   


वास्तव में ऑक्सीजन लेबल हमारे शरीर  में ऑक्सीजन सैचुरेशन का लेबल है। आसान शब्दों में हमारे शरीर के खून में ऑक्सीजन की मात्रा। जी हाँ  हमारे  खून में  ही मौजूद हीमोग्लोबिन  की सहायता से ऑक्सीजन शरीर के सभी अंगों में पहुंचती है। और यह  हीमोग्लोबिन ही फेफडों से ऑक्सीजन लेकर शरीर के दूसरे अंगों में पहुंचाता है। इस लेबल को पर्सेंटेज में नापा जाता है।  जैसे--अगर ऑक्सीमीटर में ऑक्सीजन लेबल  94 से कम है, तो इसका मतलब यह समझा जाता है कि शरीर में  लगभग छः फीसदी ब्लड सेल्स में ऑक्सीजन नहीं है।


वैसे तो रक्त  में सामान्य तौर पर  94-95 से 100 फिसदी तक का ऑक्सीजन स्तर  नार्मल माना जाता है । 95 फिसदी से कम का ऑक्सीजन स्तर किसी सामान्य शारीरिक  परेशानी का संकेत  माना जाता है। किन्तु  यदि ऑक्सीजन पल्स ऑक्सीमीटर में  93 या  90 फिसदी  ऑक्सीजन या इससे कम ऑक्सीजन लेबल दिखे तो तुरंत  डाँक्टर से संपर्क करें। वैसे  तो  90 फिसदी से कम का ऑक्सीजन लेबल को अलार्मि साइन माना जाता है किंतु  कोरोना के मामले में यह लेबल 88 तक भी पहुंच जाता है।








ऑक्सीजन बढ़ाने में मददगार घरेलू व नैचुरल तरिके --

 




1 ⚀ आयरन व नाइट्रेट युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करें।


आयरन और नाइट्रेट से युक्त खाद्य पदार्थ हमारे पूरे शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई को बढ़ाता है। इसलिए इससे युक्त पदार्थो का सेवन ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए। बी12  व नाइट्रेट,आयरन, फोलिक एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ रक्त में आयरन को मिलाने में मदद करते है और ऑक्सीजन को शरीर में एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाने व ले जाने की क्षमता को बढ़ाते है।

ऑक्सीजन लेबल बढ़ाने हेतु आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ खाए जैसे --  पालक, बीन्स, दाले, हरी पत्तेदार सब्जीयाँ, गोभी, ब्रोकली, चुकन्दर,लहसुन,फूलगोभी, अंकुरित अनाज, मीट, अंडा, नट्स आदि।



 2 ⚀  खूब पानी पीएं, हाइड्रेटेड़ रहें।


मानव शरीर में लगभग 60 से 70% तक पानी होता है जो कि शरीर की कोशिकाओं के विकास में मददगार होता है और बाॅड़ी टेम्प्रेचर को रेगुलेट़ करता है। शरीर में सही ऑक्सीजन स्तर बढ़ाने के लिए लिक्विड़ की मात्रा बढ़ाएं खासतौर पर पानी 💦 की मात्रा को बढ़ाना है। विशेषज्ञ मानते है कि फिल्ट्रेड़ वाटर पीने से हाइड्रेशन और ऑक्सीजनेशन बेहतर होता है। और यदि हमारा शरीर हाइड्रेटेड़ रहेगा तो ऑक्सीजन की मात्रा शरीर में बढ़ेगी।  कोशिश करें कि -- चाय, कॉफी, एल्कोहल, हाईसोडियम युक्त फूड्स का इस्तेमाल नहीं करें क्योंकि यह सभी शरीर को डीहाइड्रेट़ करते है, जो कि शरीर के लिए हानिकारक है।  ध्यान रखे कि अच्छी डाइट के साथ पर्याप्त पानी💦 भी बहुत जरुरी है। हमारी कोशिकाओं को सांस लेने की जरूरत पड़ती है। जब हम पर्याप्त मात्रा पानी  पीते है तो  हमारा  शरीर  ही कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाता है इसलिए हम नियमित पानी पीएं। हाइड्रेटेड़ रहें, इससे  शरीर में सदैव ऑक्सीजन का स्तर सही बना रहता है।



3 ⚀  व्यायाम या एक्सरसाइज़ का ले सहारा।


व्यायाम करने से श्वसन क्षमता बेहतर होती है। क्योंकि इस दौरान हम तेज गति से सांस लेते और छोड़ते है, जिससे फेफड़े ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन ले पाते है। इसके लिए कुछ दूर पैदल चलना भी एक बेहतर विकल्प है। अपनी दिनचर्या में व्यायाम को प्राथमिकता दे ताकि संपूर्ण शरीर में इस  ऑक्सीजन का लेबल सही बना रहें।

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार रोजाना मात्र 30 मिनट तक चलने से ही सर्कुलेट्री सिस्टम अच्छे से कार्य करता है। अतः ऑक्सीजन लेबल बढ़ाने में व्यायाम   की महत्त्वपूर्ण भूमिका है।




4 ⚀ इंडोर प्लांट्स लगाए और साफ हवा मे सांस ले।


ऑक्सीजन स्तर बढ़ाने के लिए जरूरी है कि हमारे आसपास शुध्द और साफ हवा बनी रहें। हवा की सही गुणवत्ता से श्वास संबंधी परेशानीयाँ नहीं होगी। क्योंकि हवा की खराब गुणवत्ता ही  है जो  शरीर में  सांस  संबंधी दिक्कते पैदा करती है। इसलिए जरूरी है कि आप जब भी घर 🏡 पर रहते है, तब साफ हवा की सुविधा होनी ही चाहिए। 

अपने घरो में  -- तुलसी, ऐलोवेरा, स्पाइड़र, स्नैक प्लांटस, मनी प्लांटस, गेरबेरा डेजी जैसे इंडोर प्लांटस अवश्य लगाएं। यह प्लांटस घर 🏠  में हवा की शुध्दता बनाए रखने में मददगार होते है।



5 ⚀  आहार या डाइट सही ले।


विशेषज्ञो के अनुसार एंटीआक्सीडेंटस शरीर को O2 यानी ऑक्सीजन के इस्तेमाल के लिए प्रेरित करते है। इसलिए विशेषज्ञ पौषक तत्व से युक्त डाइट से भरपूर खाद्य पदार्थ का सेवन करने की सलाह देते है। यह खाद्य पदार्थ शरीर में ऑक्सीजन बढ़ाने के साथ    ही बिमारीयों से शरीर की सुरक्षा करते है व इम्यूनिटी पाॅवर को बढ़ाते है। इसके अलावा यह खाद्य पदार्थ कोशिकाओं को सुरक्षित और स्वस्थ रखते है। जैसे-- तुलसी, ब्लेकबेरीज, ब्लूबेरीज, स्ट्राबेरीज, प्लम, ब्लैकबेरी का जूस, लाल राजमा, स्मूदी, रेड़ हार्ट शैप बीन्स, आदि का प्रयोग करते रहें।


इसके अतिरिक्त विटामिन एफ (F)  हिमोग्लोबिन में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाता है। यह विटामिन एफ-- सोयाबीन, अलसी के बीज, अखरोट आदि में प्रचुर मात्रा में पाया जाताहै।



6 ⚀ कम नमक वाला आहार शामिल करें।

कम  नमक वाला आहार भी शरीर में ऑक्सीजन स्तर को सही रखने में असरदार होता है। यह  ह्रदय  और  रक्तचाप  के लिए अच्छा होता है। ज्यादा नमक के इस्तेमाल से शरीर में वाटर रिटेंशन होता है और यह वाटर रिटेंशन सांस लेने में कठिनाई और दिक्कतें पैदा करते है। 

ऐसे मामलो में -- केला, चुकन्दर का रस फायदेमंद होता है।



7 ⚀ हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ का चुनाव करें।


शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने हेतु बहुत ही आवश्यक है कि हमारे शरीर के रक्त में हीमोग्लोबिन का स्तर उपयुक्त हो। ( एक सामान्य मनुष्य के शरीर में हीमोग्लोबिन की कितनी मात्रा अनिवार्य है, इसका विवरण  प्रारंभ में ही हम बता चुके है। ) तो शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाने हेतु हम अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थो को ज्यादा से ज्यादा शामिल करें, हमारे जिससे खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ सकें। 

 पादप खाद्य पदार्थो में नान-हीमोग्लोबिन आयरन पाया जाता है। पादप खाद्य पदार्थ जैसे -- हरे पत्तेदार सब्जीयाँ,  चुकन्दर, बीन्स, मट़र, खजूर, पोहा, दाल में  नान-हीम आयरन  पाया जाता है। यह खाद्य पदार्थ शरीर में  हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में सहायक है किन्तु इन पदार्थो को शरीर में अवशोषित करने के लिए हमें  विटामिन सी (C) की बहुत जरूरत होती है। क्योंकि यह विटामिन सी ही शरीर में खाद्य पदार्थो  का अवशोषण करता  है। इसलिए इसके लिए  आंवला, अमरूद, निंबू, संतरा आदि विटामिन सी से युक्त फलो का भी सेवन भी खूब करें।

रेड मीट, आर्गन मीट, में हीम- आयरन पाया जाता है, जो शरीर में आयरन के स्तर को बढ़ाते है।



8 ⚀ स्पिरूलिना नामक शैवाल का उपयोग 

स्पिरूलिना एक प्राकृतिक शैवाल है। जो कि प्रोटीन, एंटीआक्सीडेंट, विटामिन बी काॅम्प्लेक्स, मिनरल्स का महत्वपूर्ण स्त्रोत है। इसमे  एंटीआक्सीडेंट व एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है जो कि कोशिकाओं को डेमेज होने से बचाता है। इसमे  बीटा कैलोरी, बी 12,  रेफर फेटी एसिड , गामा किरण, लिनोलेनिक एसिड भी भरपूर पाया जाता है, जो कि सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। अतः इस शैवाल का उपयोग भी शरीरिक क्षमता को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।








जाने शरीर में ऑक्सीजन का लेबल बढ़ाने के लिए कौन-कौन से व्यायाम करें।



बहुत आवश्यक है कि हम सही खानपान के साथ शरीर को व्यायाम की आदत भी डाले। कोरोना काल मे कोरोना के दुष्प्रभाव के लक्षणो के चलते कोवीड-19 के मरीजों के शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बहुत  कम हो जाता है। यह वायरस हमारे  ह्रदय, फेफडों, और मांसपेशियों को बहुत बुरी तरह से प्रभावित  करता है ।


 

यह व्यायाम करना केवल वर्तमान कोरोना काल के लिए ही उपयुक्त नही है, वरन इनमे से कुछ व्ययाम तो हमेशा ही अपनाने चाहिए। जिससे शरीर में सदा रक्त संचार का सही संतुलन बना रहें और शरीर की कार्यक्षमता बढ़े। तो आइए जानते है कि वो कौन से व्यायाम या एक्सरसाइज है, जिनको करके शरीर में ऑक्सीजन स्तर को बढ़ाया जा सकता है।




1 )  चौपाया ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ 


इस व्यायाम में अपने दोनो हाथो और घुटनों को जमीन  पर  टिका कर शरीर को ऊपर उठाए रखना है। जैसे - बचपन में हम घोड़ा  बनते थे, ठीक उस तरह की  पोजीशन रखना है। फिर लंबी सांस ले और लगभग 4 सैकंड सांस को रोककर रखे  फिर धीरे-धीरे  सांस  छोड़ते हुए  अपनी सामान्य  पोजीशन  में आए। यही प्रकिया 10 बार दोहराएं।

  





2 )  प्रोन पोजीशन 


शरीर में तेजी से ऑक्सीजन  लेबल बढ़ाने  का यह बहुत  ही कारगर और अचूक उपाय है। यदि शरीर में अचानक ऑक्सीजन की कमी महसूस हो रही हो या ऑक्सीजन स्तर में अचानक कमी आ रही हो, तो इस समस्या से निपटने का यह सबसे प्रभावी तरीका है। स्वास्थ मंत्रालय के अनुसार प्रोनिनिग को मेडिकली ऑक्सीजन  स्तर  बढ़ाने की क्रिया के तौर पर मान्यता  प्राप्त  है।

स्वास्थ मंत्रालय  के अनुसार किसी मरीज  को प्रोनिनिग की आवश्यक्ता उस समय पड़ती है, जब मरीज के शरीर  में  ऑक्सीजन लेबल  94  के नीचे चला जाएं। इसी समय प्रोनिनिग की क्रिया को करके किसी की जान बचाई जा सकती है। यह क्रिया होम आइसोलेशन में  रह रहें कोरोना  मरीजों  के लिए बहुत ज्यादा  लाभदायक  है।


कैसे करें--  प्रोन पोजीशन में मरीज को पेट के बल पर लेटना है। एक तकिया मरीज  के मुंह  के निचे या गर्दन के निचे,  एक या दो तकिया छाती या पेट के निचे, एक-दो तकिया दोनो टांगों  के निचे रखें । और लगातार  लंबी-लंबी सांस  लेकर छोड़ना है।


नोट--  1)  30 मिनट से ज्यादा समय तक लगातार इस प्रोन पोजीशन को ना करें।


2) भोजन करने के बाद तुरंत इस व्यायाम  को ना करें। भोजन करने के एक से दो घंटे  के बाद ही इसे करें ।


3) जब इसे करने में सहजता महसूस हो, तभी करें। यानी इस क्रिया को तभी करना है,जब आपको आसान लगें।


4) गर्भवती महिलाओं को यह क्रिया नही करनी है।


5) ह्रदयघात की स्थिति में इस क्रिया को नहीं करना है।







3 )   करें हिप लिफ्ट या ब्रीदिंग  एक्सरसाइज़ 


यह व्यायाम मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने का कार्य करता है। यदि सांस की समस्या  का सामना करना पड़ रहा है तो इसे करें ।

 कैसे करें --  जमीन  या फर्श पर लेट जाएं और अपने दोनो पैरो को कुर्सी पर टिका ले। एक हाथ छाती पर रख ले व दूसरा हाथ पेट के ऊपर रखें । लंबी गहरी सांस लेते हुए पेट को हवा से भर दे। इस पाइंट पर आकर धीरे-धीरे  सांस  को छोड़े । इसी प्रक्रियां को पुनः दौहराएं। ऐसा कम से कम 10 बार करें।





4)  अनुलोम-विलोम

इस व्यायाम से फेफड़े मजबूत होते है और  फेफडों की कार्यक्षमता बढ़ती है। इसके द्वारा संपूर्ण शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है। इस करने से मांसपेशियों में सुधार होता है। ह्रदय की कार्य क्षमता बढती है । सर्दी-जुकाम, दमा आदि से काफी हद तक निजाद मिलता है।


कैसे करें--  इसे करने के लिए पैरो को मोड़ कर ज्ञान मुद्रा में बैठ़ जाए। इसके बाद दाएं अंगूठे से अपनी दाहिनी निसिका को पकडे और बाई नासिका से सांस को अंदर की ओर खींचे। अब अनामिका अंगुली से बाई नासिका को बंद कर दे और दाहिनी  नासिका को खोले व धीरे-धीरे सांस छोड़े।  इस तरह बारी बारी से दोनो नासिका से सांस खींचे व छोड़े । याद रहें  कि जिस नासिका  से सांस  छोड़ी गई  है ,उसी नासिका  से पुनः सांस अंदर ले।


नोट -- इस व्यायाम को सुबह या शाम के समय खाली ही  पेट करें ।

इस व्यायाम को पांच से दस मिनट तक करें।

इसे करते समय हम अतिरिक्त शुद्ध वायु को अंदर लेते है व कार्बन डाईऑक्साइड यानी  कि दूषित वायु बाहर निकालते है। इससे शरीर में रक्त की शुद्धि होती है।




 


 5 )   चेस्ट वाॅल स्ट्रेचींग / काॅर्नर पेक स्ट्रेच 


यह व्यायाम ब्लाॅकेज को दूर करता है और फेफडों की क्षमता में सुधार करता है । यह दिमाग में भी पर्याप्त ऑक्सीजन भेजता है।

 


कैसे करें -- अपने घर के दरवाजे पर खड़े हो जाएं। कोहनी को मोड़ कर अपनी तरफ से 90डिग्री के एंगल पर दरवाजे के किनारे  पर दोनो हाथो को रखें और तब तक आगे बढ़ते रहे, जब तक  आप दोनो कंधो के सामने खिंचाव  महसूस ना कर ले। लगभग 120 डिग्री के एंगल पर कंधों पर खिंचाव महसूस होने पर यह प्रक्रियां पुनः करें। इसे 30 से 60 सैकंड के लिए दिन में कई बार करें ।









 

  

  जाने शरीर में ऑक्सीजन स्तर बढ़ाने के लिए कैसा हो आहार 


हमारे शरीर में पौषक आहार की भूमिका हमेशा से ही महत्वपूर्ण भूमिका रही है। और यही पौषक आहार हमारे शरीर को पोषित कर हमें बिमारीयों से लड़ने में मदद करते है। वर्तमान समय में बहुत ही अनिवार्य हो गया है कि हम अपने आहार में ऐसी चीजे शामिल करें, जिससे शरीर में बिमारीयों से लड़ने की क्षमता बढें यानी की हमारा इम्यूनिटी पाॅवर बढ़े और इसके लिए जरूरी है कि हमारे खून में ऑक्सीजन की अच्छी मात्रा बनी रहे। तो ऐसे में आहार में ऐसी चीजें शामिल करें, जिससे खून में हीमोग्लोबिन को बढ़ने में मदद हो, ताकि शरीर में ब्लड की सहायता से ऑक्सीजन का लेबल संपूर्ण शरीर में सही बना रहे। और हमारा शरीर बिमारीयों के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार रहे।

आइए जानते है कि वो कौन से खाद्य पदार्थ है, जिन्हें अपने आहार में शामिल करके शरीर के खून में ऑक्सीजन लेबल सही मात्रा में बनाएं  रखा जा सकता है और अपनी डाइट या आहार में ऐसी कौन सी चीजो को शामिल करें, जो खून में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मददगार हो।


ऑक्सीजन लेबल बढ़ाने के लिए-- काॅपर,  विटामिन A , विटामिन B2, विटामिनB3,  विटामिन B5, विटामिन B6, विटामिन B9, विटामिन B12  की जरूरत होती है।


⚀  जानते है ऑक्सीजन स्तर बढ़ाने के पौषक तत्व और उनके फूड़ स्रोत।



विटामिन  B6, B9, B12


शाकाहार में --  पालक, एवोकाडो,  ब्रसेल्स    स्पाराउटस आदि।

मांसाहार में  --  आर्गन मीट़,  चिकन, चूना फिश

 



विटामिन 12 

शाकाहार में--  मशरूम, आलू, एवोकाडो, ब्रोकली, मूंगफली, ब्राउन राइस, पनीर आदि में

मांसाहार में  --   ऑर्गन मीट ( लीवर),  चिकन, अंडे, टूना फिश




विटामिन B2 


 शाकाहार में --  दूध, दही, ओट्स, बादाम, बींस, टमाटर🍅

 मांसाहार में --  अंडे , आर्गन मीट़




विटामिन A

शाकाहार में --  पालक, गाजर, शकरकंद, लौकी, आम, वनीला  आइसक्रीम🍨

मांसाहार में --  आर्गन मीट़, चूना फिश, अंडे




आयरन 


शाकाहार में --  बींस, गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जीयाँ, दाले, मट़र

मांसाहार में --  ओएस्टर ( सीप), चिकन, बकरे का मीट




काॅपर

शाकाहार में--  तिल, काजू, आलू, शिताके, मशरूम, चाकलेट़

मांसाहार में -- ओएस्टर(सीप), क्रैब और मीट








ब्लड में ऑक्सीजन लेबल को बढ़ाने के लिए अपनी डाइट में शामिल करें ये 10 फूड़स 


ऑक्सीजन लेबल बढ़ाने हेतु सही डाइट प्लान करना अनिवार्य है। इसके लिए जरूरी है भोजन 🍛 में  80% अल्कलाइन से भरपूर खाद्य पदार्थ का सेवन किया जाए। यह अल्कलाइन से युक्त खाद्य पदार्थ रक्त में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने में मदद करते है। यह अल्कलाइन फलो में भी पाया जाता है। डाक्टरो और विशेषज्ञो के अनुसार इस तरह के ऑक्सीजन युक्त खाद्य पदार्थो के सेवन से हम पहले से ज्यादा तरोताजा और स्वस्थ महसूस करते है। अतः ब्लड में ऑक्सीजन की आपूर्ति हेतु हम निम्न अल्कलाइन से युक्त फलो या फूड्स को अपने आहार में शामिल करना ना भूले। तो आइए जानते है 👇 कि वो कौन-कौन से फल है जिन्हें हम अपनी अल्कलाइन डाइट में शामिल कर सकते है।




1 नींबू का करें सेवन, बढ़ेगी ऑक्सीजन


नींबू विटामिन सी ( C ) से और ऑक्सीजन से भरपूर होता है। नींबू वास्तव में अम्लीय होता  है, परंतु  शरीर  में  जाकर  यह  अल्काइन में बदल जाता में बदल जाता है और यह अल्काइन शरीर के लिए लाभदायक होते है। इस प्रकार से नींबू ऑक्सीजन से भरपूर खाद्य पदार्थ है। अभी कोरोना काल में इसी वजह से नींबू, संतरे जैसे फलो को उपयुक्त माना जाता है। सर्दी, खांसी, फ्लू, हार्टबर्न तथा अन्य वाइरस संबंधी बिमारीयों में इसके सेवन से राहत होती है। शरीर में  यह लीवर के लिए  सबसे उत्तम  माना जाता है।




2 तरबूज का करें खूब सेवन 

हममें से ज्यादातर लोगों को तरबूज के बारें में नहीं पता है कि तरबूज ऑक्सीजन की कमी पूरी करने में  सहायक होता है। तरबूज का पी एच (Ph) वैल्यू 9 है। और इसके साथ ही इसमे सबसे ज्यादा अल्काइन होता है। इसके अतिरिक्त इसमें लाइकोपेन, बीटा कैरोटिड, विटामिन आदि पाए जाते है। तरबूज  की सबसे खास बात इसमें मौजूद पर्याप्त पानी है। तरबूज फाइबरस और पानी से भरपूर होने की वजह से हल्का मूत्रवर्धक  के रूप में उपयुक्त होता है। यह शरीर में  कोलोन की सफाई में  मददगार  होता है।





3 संतरे खूब खाएं

संतरे में  विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। और इसी वजह से इसके सेवन से शरीर में इम्यूनिटी पाॅवर बढ़ता है और इससे शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है । अतः इसके सेवन से हम शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को सही रख सकते है।
 



4 सुबह करें सेब का सेवन 


सेब में विटामिन सी (C) पाया जाता है। प्रतिदिन इसका सेवन करने से ऑक्सीजन स्तर में  सुधार होता है। सेब में आयरन भी पाया जाता है,जो कि रक्त में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाता है। इसलिए सेब का सेवन नियमित रूप से करें। 




5 नाशपाती, पाइनेएप्पल का प्रयोग करें 


नाशपाती और पाइनेप्पल में विटामिन सी पाया जाता है। और यह विटामिन सी शरीर में ऑक्सीजन के अवशोषण में सहायक होता है। अतः इन फलो का भरपूर  इस्तेमाल करें । इन फलों की पीएच (Ph) वैल्यू 8.5 है। इसमें विटामिन सी के अतिरिक्त विटामिन  A, B, और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है । इन फलों की मदद से खून में  ऑक्सीजन को नियंत्रित कर बदले में ब्लड प्रेशर को भी कम किया जा सकता है।




6  कीवी का करें सेवन 


ब्लड स्ट्रीम में ऑक्सीजन स्तर बढ़ाने हेतु इस फल को अपनी डाइट में शामिल करें। यह फल फ्लेवेनाॅइड से भरपूर है। कीवी में एक्टिनिडेन एंजाइम पाया जाता है, जो कि शरीर में प्रोटीन को पचाने में मददगार होता है। इसमें  विटामिन सी पाया जाता है जिससे यह शरीर की इम्यूनिटी को सही बनाएं  रखता है। इसके सेवन से सर्दी- जुकाम में राहत मिलती है और यह शरीर  को ऊर्जा प्रदान करती है। इसमें नैचुरल शुगर पाई जाती है, जो कि भोजन के पचने पर अम्लीय योगिक नहीं बनाती। और अल्काइन के निर्माण में सहायक होती है। जिससे शरीर स्वस्थ होने के साथ ऊर्जा से भरा रहता है।




7 आम व पपीते का करें सेवन


ये दोनो ही फल किड़नी की सफाई के लिए बहुत ही उपयुक्त माने जाते है। इन फलो का पीएच वैल्यू  8.5 है। आम में विटामिन A पाया जाता है जिससे इसके सेवन से खून की  कमी नहीं  होती  है। इस आम में विटामिन  C भी पाया जाता है जिससे यह शरीर में इम्यूनिटी पाॅवर को बढ़ाता है। विशेषज्ञों की माने तो इसके सेवन से शरीर में ऑक्सीजन लेबल में सुधार होता है। 

पपीते में पपेन पाया जाता है जो कि एक पाचक एंजाइम है। पपीते  में  पोटेशियम, विटामिन B और फोलेट की अच्छी मात्रा पाई जाती हैं। जो कि शरीर  के लिये फायदेमंद होते है।




8 आंवले का इस्तेमाल करें 


हम सभी जानते हैं कि आंवला विटामिन सी का प्रमुख स्त्रोत है। और इसी वजह से ही यह शरीर के इम्यूनिटी पाॅवर को बढ़ाता है। इन आंवलो में  एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाये जाते है। इसके नियमित सेवन से शरीर में ऑक्सीजन लेबल सही बना रहता है। 




9  स्ट्राबेरीज का करें खूब सेवन 


स्ट्राबेरीज में एंटीऑक्सीडेंट व पाॅलीफेनोल गुण पाया जाता है। इसमें विटामिन सी के मौजूद होने की वजह से यह कई तरह की बिमारीयों से बचाती है। इसकी सहायता से खून को नियंत्रित कर ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है। इसके सेवन से शरीर में ऊर्जा व ऑक्सीजन का संचार स्तर उपयुक्त  मात्रा में बना रहता है ।



 10  खुमानी का करें सेवन


खुमानी फाइबर से भरपूर होती है। इसका Ph वैल्यू  8 होता है। यह फल विटामिन से भरपूर  होता है। जिससे यह हमारे शरीर की इम्यूनिटी पाॅवर को बढ़ाता है। और साथ ही साथ इसके सेवन से हम रिलेक्स फील करते है। खुमानी हमारे शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद फल है।









एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ