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जानिएं कौन सा पानी पीना होता है उपयुक्त? तांबे,मिट्टी,चाँदी या सोने के घड़े का पानी किस मौसम में पीएं ? जानिएं इसके फायदें।

 


जानिएं कौन सा पानी पीना होता है उपयुक्त? तांबे,मिट्टी,चाँदी या सोने के घड़े का पानी किस मौसम में पीएं ? जानिएं इसके फायदें।




शुध्द जल,वायु,भोजन यह जीवन के मूलभूत आधार है। जल ही जीवन है। यह बात यूं ही नही कही जाती, वाकई में हम सबके लिए जल जीवन है। हर तरह के चिकित्सा विज्ञान में पानी की उपयुक्ता को अनिवार्य बताया जाता है और विशेषकर वह पानी जो अपने में विशेष गुणो को समाहित कर हमारे शरीर को स्वस्थ्य लाभ प्रदान करता है। अमूमन देखने में आता है कि पानी की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए हम कई तरह के प्रयोग करते है। इसी संदर्भ में कभी मिट्टी के घड़े का पानी, कभी तांबे के घड़े का पानी तो कभी सोने के बर्तन के पानी को पीने की सलाह प्रायः दी जाती है, किंतु सही ज्ञान के अभाव में सही परिणाम प्राप्त नही हो पाते। तो आज हम अपने इस ब्लॉग "टैक हिंदी किस्से, कहानी, पकवान" के इस लेख के माध्यम से जानेगें कि मौसम के हिसाब से किस प्रकार के घड़े या पात्र में पानी रखना उपयुक्त माना जाता है । यह पानी कब से कब तक चयनित पात्र में रखना चाहिए और इसका प्रयोग कब तक उचित रहता है, जिससे कि हमें ज्यादा से ज्यादा शारीरिक लाभ प्राप्त हो सकें। हमें मौसम के अनुसार ही पानी के बर्तन का चयन करना चाहिए। तो चलिए जानते है इसके बारे में--





बारिश में तांबे के घड़े का पानी 





बारिश ☔ के मौसम में तांबे का पानी सबसे उपयुक्त माना जाता है। दरअसल इस मौसम में कई तरह के बैक्टीरिया पनपने लगते है। और इस मौसम में ऐसे बर्तन में पानी को रखना अनिवार्य हो जाता है, जो कि बैक्टीरिया को पनपने से रोक सकें। तो इसके लिए तांबे के पात्र से उपयुक्त पात्र दूसरा नहीं है। वास्तव मे तांबा बैक्टीरिया और अशुद्धीयों को खत्म करने की क्षमता रखता है। यह पानी को स्वच्छ रखने के साथ ही शरीर में काॅपर की भी पूर्ति करता है। प्रायः जहां बारिश के मौसम में पेट संबंधी परेशानीयाँ ज्यादा देखने को मिलती है, वही इस मौसम में तांबे के बर्तन का पानी पेट संबंधी विकारो को भी दूर करता है।और शरीर की आंतरिक सफाई करता है। अतः बारिश☂ के मौसम में तांबे के बर्तन या तांबे के घड़े का पानी हर तरह से उपयुक्त और स्वास्थ्य अनुकूल माना जाता है।


1⚂  तांबे के बर्तन का पानी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता
          है व दिल को स्वस्थता प्रदान करता है।

2⚁  इसके प्रयोग से शरीर के घाव जल्दी भर जाते है।
        सूजन कम करने व जोड़ो के दर्द में कारागार है, यह                तांबे के बर्तन का पानी।

3⚂  किसी भी तरह के इन्फेंक्शन को कम करने में मददगार
         होता है, तांबे के बर्तन का पानी ।

4⚀  वजन कम करने और त्वचा चमकदार व स्वस्थ बनाये 
         रखने में असरदार होता है, तांबे के बर्तन का पानी।



विशेष -- 



⚃   तांबे के बर्तन रखा पानी का सेवन लगातार नही करें।    कुछ दिन इसका सेवन करें और कुछ दिन के लिए सेवन बंद करके सामान्य घड़े का पानी पीएं। फिर कुछ दिनो बाद पुनः इसका सेवन शुरू कर दे।


⚃   यदि किडनी और हार्ट या और कोई दूसरी गंभीर बिमारी हो तो अपने डाक्टर की सलाह से ही किसी भी तरह का पानी पीएं। 


⚃    किसी तांबे के बर्तन में रखे गये पीने के पानी को तांबे के बर्तन में रखने का समय का आदर्श समय 8 घण्टे होता है। और  ज्यादा से ज्यादा 10 या 12 घण्टे ही इस पानी को बर्तन में रख सकते है। इसका मतलब तांबे के बर्तन का पानी हर 10 या 12 घण्टे के बाद बदल देना चाहिए। इससे ज्यादा समय के लिए तांबे के बर्तन में रखा गया पानी नुकसानदेह हो सकता है।







           


गर्मी में मिट्टी के घड़े का पानी






गर्मी के मौसम में मिट्टी के बर्तन का पानी सबसे उपयुक्त माना जाता है। गर्मी के मौसम में सामान्य तापमान का पानी भी बहुत गर्म रहता है। ऐसे मे लोग फ्रिज में पानी को ठंडा करके पीते परंतु यह गलती कभी नही करें। फ्रिज का पानी स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत ही घातक सिद्ध हो सकता है। अतः गर्मी के मौसम पानी ठंडा रखने के लिए मिट्टी के घड़े का प्रयोग करें, इससे पानी तो ठंडा रहेगा ही साथ ही साथ इससे कई स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होगें। मिट्टी के मट़के में पानी को नेचुरल या प्राकृतिक तरिके से ठंडा ⛆ करने का गुण होता है। साथ इस पानी से हमें मिट्टी के नेचुरल तत्व भी प्राप्त होते है। वास्तव में मिट्टी में यह प्राकृतिक गुण पाया जाता है कि यह गंदगी को अपने में अवशोषित करके भी अपने पौषक गुणो को बरकरार रखती है।यही कारण है कि यह पानी में मौजूद दूषित गंदगीयो को अवशोषित कर पानी की शुध्दता को बनाये रखती जिसका सीधा लाभ हमारे शरीर पर पडता है। 


1⚂   मटके के पात्र के पानी से हमारे शरीर की रोग -                 प्रतिरोधक  क्षमता बढ़ती है। मिट्टी प्राकृतिक रूप से               पानी को ठंडा रखती है जो शारीरिक रूप से लाभप्रद है।


2⚁   मिट्टी में मौजूद क्षारीय गुण पानी के साथ मिलकर                  हमारे शरीर के पी एच लेबल को संतुलित रखते है।


3⚂   मिट्टी की तासीर ठंडी होने के बावजूद भी इससे वात               नही बढ़ता है।


4⚀   पाचन मे लाभ के साथ गले की समस्याएं नही होती है। 



विशेष-- होली के बाद व बारिश आने के पहले दिन तक यानी संपूर्ण गर्मी में मिट्टी के घड़े या सुराही के पानी का प्रयोग करें। 




चाँदी के घड़े या बर्तन का पानी


इस मौसम में चाँदी के घड़े का पानी भी पीने की सलाह भी दी जाती है। वास्तव में चाँदी नान टाॅक्सिक होती है। शरीर की आंतरिक सफाई के लिए चाँदी के बर्तन या घड़े का पानी फायदेमंद होता है। चाँदी के तत्व हमारे इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूती प्रदान करते है। यह पानी लीवर और किडनी को स्वस्थ रखता है। सुबह खाली पेट चाँदी के बर्तन में पानी पीने से मैटाबलिजम दुरूस्त रहता है। चाँदी का पानी बैक्टीरिया फ्री होता है।








सर्दी या ठंड में सोने के घड़े या बर्तन पानी

 

ठंड के मौसम के चार महीने सोने (गोल्ड) के घड़े या सोने के बर्तन का पानी सबसे फायदेमंद होता है। हर धातु अपने में कुछ विशेष गुण रखती है। और कुछ धातुओं का तो संबंध सीधे हमारे स्वास्थ्य से ही होता है। इसी में से एक है सोना या गोल्ड। जी हाँ सोना ( गोल्ड ) एक ऐसी ही धातु है जिसके बर्तन में रखा पानी सर्दी या ठंड के मौसम में अनेको शारिरिक लाभ प्रदान करता है। यदि सर्दी के मौसम हम सोने के घड़े का पानी पीते है तो इससे शरीर मे गर्माहट आती है और ठिठुरती ठंड में भी शरीर गर्म बना रहता है जिससे सर्दी-जुकाम या कफ आदि का खतरा कम होता है। बच्चो को ठंड में सर्दी-जुकाम से बचाने के लिए इस पानी का सेवन कराए।



1⚂  यदि आपको निंद ना आने की समस्या है या आप तनाव महसूस करते है तो सोने का पानी इस मौसम में आपके लिए सबसे उपयुक्त है । 


2⚀  सोने के पानी के प्रयोग से हम अनिंद्रा,तनाव,कफ आदि समस्याओं से निजात पा सकते है।


3⚂  इस धातु के पानी का उपयोग करने से दिमाग तेज होता है व सांस संबंधी बिमारी का खतरा कम होता है। इसके सेवन से दिल की बिमारीयों में भी फायदा होता है।


4⚀  यह दिमाग को रिलैक्स फील कराने में मददगार है।




विशेष --     आमतौर पर हम लोग सोने या गोल्ड के घड़े का प्रयोग पानी रखने के लिए नहीं करते है। सामान्यतः इसका प्रयोग आम जन-जीवन में मुश्किल है। तो इस समस्या के समाधान हेतु हम किसी भी सामान्य घड़े या बर्तन में पानी रखकर इसमें कोई भी सोने(गोल्ड) का आभूषण जैसे -- सोने की अंगुठी,चेन या सोने का सिक्का डालकर रख दे तो इससे सोने के गुण या पोषक तत्व सामान्य बर्तन के पानी में आ जाते है। और इस पानी का सेवन करें तो भी इससे वही शारीरिक लाभ प्राप्त होते है जो किसी सोने के घड़े में रखे पानी से प्राप्त होते है।





बारिश का पानी का पानी सबसे ज्यादा फायदेमंद


जी हाँ सभी प्रकार के पानीयों में सबसे लाभप्रद और शरीरिक रूप से स्वास्थ्यवर्धक पानी बारिश का ही होता है। जब कभी किसी विद्वान या विशेषज्ञ से सबसे अच्छे और स्वास्थ्यवर्धक पानी के बारे में पूछा जाता है तो वो बारिश के पानी को ही  उपयुक्त बताते है। इसके बाद कुंए का पानी, फिर ग्लेशियर से निकलने वाली नदियों का पानी, फिर तालाब व इसके बाद बोरिंग का पानी व आखरी में कुंड का पानी । यदि बारिश के पानी का सेवन करना चाहते है तो उपयोग के पहले इसे थोडा उबाल कर प्रयोग कर सकते है। लेकिन आरो या फिल्टर का पानी कभी भी स्वास्थ्यवर्धक नही होता है। आरो का फिल्टरेट पानी, पानी की गुणवत्ता को बिगड़ देता है। ऐसे पानी के सेवन से सदैव बचने की कोशिश करें।






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